सनातन धर्म में मूर्ति पूजा का विशेष महत्व है। अपने आराध्य-पूज्य के मूर्त रूप को स्थापित करना व उसमें प्राणों की प्रतिष्ठा करना हमारी आस्था का केंद्र बिंदु है। प्राण-प्रतिष्ठा के बिना मूर्ति मात्र सजावटी होती है। मूर्ति की पूजा-अर्चना हेतु उसमें शास्त्रोक्त विधि से प्राणों की प्रतिष्ठा करना नितान्त आवश्यक होता है ।